१. महसूस कर रहे हैं तेरी लापरवाही कुछ दिनों से ,
याद रखना अगर हम बदल गए तो मनाना तेरे बस की बात ना होगी।।
२. गुस्सा भी सिर्फ उनसे ही हुआ जाता है,
जिनसे हमे यकीन है की मना लेंगे।।
३. हज़ारों महफ़िल है, लाखों मेले हैं ,
पर जहाँ तुम नहीं, समझ लेना हम अकेले हैं..
४. हमारे शहर आ जाओ , सदा बरसात रहती है,
कभी बदल बरसते हैं , कभी आखें बरसती हैं..
५. कुछ तो बात ज़रूर है मोहब्बत में ,
वर्ण कोई एक लाश के लिए ताज महल न बनवा देता।।