बादल झडते हैं… कोहरा उठता है…
हर काली अंधेरी रात के बाद सवेरा होता है…
कभी कभी हमे जो अंत लगता है
वहाँ से एक नया अध्याय शुरू होता है
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बादल झडते हैं… कोहरा उठता है…
हर काली अंधेरी रात के बाद सवेरा होता है…
कभी कभी हमे जो अंत लगता है
वहाँ से एक नया अध्याय शुरू होता है