कुछ कमियाँ मुझमें थीं,
कुछ कमियाँ लोगों में थीं
फ़र्क सिर्फ इतना सा था
वो गिनते रहे और हम
नजरअंदाज करते रहे।।।
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कुछ कमियाँ मुझमें थीं,
कुछ कमियाँ लोगों में थीं
फ़र्क सिर्फ इतना सा था
वो गिनते रहे और हम
नजरअंदाज करते रहे।।।