प्यार के कच्चे धागे की इस डोर से,
इक दूजे को चल बाँध लें जोर से,
अपने अरमानों की आज बारात है,
खुबसूरत बड़ी ये मुलाकात है.
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प्यार के कच्चे धागे की इस डोर से,
इक दूजे को चल बाँध लें जोर से,
अपने अरमानों की आज बारात है,
खुबसूरत बड़ी ये मुलाकात है.