2021 Navratri Maa Mahagauri Wishes – Status Images – 25+ माँ महागौरी पर शुभकामनाएं सन्देश और आरती – मंत्र
2021 Navratri Maa Mahagauri Wishes – Status – में पढेंगे माँ महागौरी पर शुभकामनाएं सन्देश और विचार, आरती, मंत्र, वॉलपेपर. Maa Mahagauri Caption, Maa Mahagauri Quotes, Messages, Status .
नवरात्रि के आठवें दिन (Navratri 8th Day) माँ महागौरी की पूजा अर्चना की जाती हैं. माँ महागौरी देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों में एक स्वरूप हैं. नवरात्रि अष्टमी में जो भी भक्त माँ के इस स्वरूप की पूजा अर्चना करता हैं उसके सभी पाप और कष्ट दूर हो जाते है. उनके सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं.
माँ महागौरी स्वरूप:
Maa Mahagauri का आठवां स्वरूप हैं. माँ की चार भुजाएं हैं. माँ के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है. और बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू हैं. और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है. माँ की सवारी सफेद बैल है. माता का वस्त्र भी सफ़ेद हैं. माँ का रंग सफेद वर्ण हैं और अत्यंत ही गोरी हैं इस लिए माता को महागौरी कहा जाता हैं.
प्राचीन कथा के अनुसार जब माता पार्वती भगवान् शिव को पति के रूप में प्राप्त करने हेतु कठोर तपस्या कर रही थी और तपस्या में इस तरह लीं होगई थी कि उनके शरीर पर मिट्टी जम गयी थी. और तपस्या में लीं होने के कारण वक़्त के साथ साथ माता का सम्पूर्ण शरीर काला पड़ गया था.
और जब महादेव माता की इस तपस्या से प्रसन्न हो कर माता को अर्धांगनी के रूप में स्वीकार किया तब माता अपनी तपस्या को समाप्त कर शरीर पर जम गई मिटटी से काला पड़ गए शरीर को स्वच्छ करने के लिए गंगा जल से स्नान किया तब माँ का रूप विद्युत के समान अत्यंत कांतिमान गौर वर्ण का हो गया. जब महादेव ने माता सती को देखा तो तो महादेव ने उनका नाम महागौरी रखा था.
नवरात्रि महाष्टमी या दुर्गाष्टमी:
नवरात्रि के आठवें दिन को महाष्टमी या दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. जगत-जननी मां दुर्गा के आठवें स्वरूप माँ महगौरी की विधि विधान से पूजा करने से सुख-समृद्धि सहित सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं. जीवन के सभी पाप धुल जाते हैं. और भक्तो पर माँ का आशीर्वाद बना रहता हैं.
स्तुति
“॥या देवी सर्वभूतेषु मां महागौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥” –
नवरात्रि कन्या पूजन:
कन्याएं नवरात्रि में माँ दुर्गा का ही स्वरूप माना जाता हैं. आज महाष्टमी के दिन माँ की विधि-विधान से पूजा …