अपने जन्मदिन के कैप्शन को यादगार कैसे बनाएं?

लोग व्यक्ति या रिश्तेदार के जन्मदिन को जानने के बिना जन्मदिन का कैप्शन लिखते हैं। यदि आप जन्मदिन कैलकुलेटर जैसे ऑनलाइन टूल का उपयोग कर रहे हैं, तो आप पहले से पता लगा सकते हैं कि आपके प्रियजनों की जन्मतिथि में कितने दिन शेष हैं। जब आप अपने जन्मदिन के कैप्शन को पहले से पेश कर रहे हैं, तो आप एक बुरा प्रभाव डाल सकते हैं, पहले जन्मदिन कैलकुलेटर के साथ सटीक जन्म तिथि की गणना करें। जन्मदिन हर किसी के लिए खास होता है, और यह आपके प्रियजनों को अपनी प्रार्थना प्रस्तुत करने का अवसर होता है। age calculator आपके लिए अपने प्रियजन के जन्मदिन के बारे में अपडेट रहना संभव बनाता है। आप सेकंड के एक मामले में विभिन्न लोगों की उम्र की गणना कर सकते हैं, बस महीनों के कैलकुलेटर में उम्र में जन्म तिथि दर्ज करें। ऑनलाइन टूल से आप एक मिनट के अंदर किसी भी व्यक्ति की जन्मतिथि पता कर सकेंगे।

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बर्थडे कैप्शन क्यों खास हैं?

जन्मदिन के कैप्शन दोस्तों और परिवार की ओर से शुभकामनाएं हैं और ये प्रार्थनाएं आपके बारे में एक व्यक्ति की विशेष भावनाएं हैं। प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं कभी-कभी झुंझलाहट के बादल को हटा सकती हैं। एक साधारण इच्छा या प्रार्थना से जलन को दूर किया जा सकता है और आप दूसरों के दिल और दिमाग को जीत सकते हैं। बस जन्मदिन कैलकुलेटर का उपयोग करें और किसी व्यक्ति का जन्मदिन खोजें और विशेष जन्मदिन कैप्शन के साथ व्यक्ति को सलाम करें।

जन्मदिन का कैप्शन इस प्रकार हो सकता है:

आप हमेशा मेरे दिल के करीब हैं।
अपनी जवानी को हमेशा अपने पास रखें।
वर्षों को गिनने के बजाय मेरे हृदयों को गिनें
तुम हमेशा मेरी रानी लड़कियां हो!
मुस्कान जीवन का सार है:

आपकी मुस्कान जीवन का सार है, और खुशी के बिना आप खुद को जंगल में पा सकते हैं। जन्मदिन एक छोटी पार्टी की तरह लग सकता है, लेकिन यह आपको मुस्कुराने का अवसर प्रदान करता है। जन्मदिन का शीर्षक आपको इस खुशी की तलाश में रखता है और जन्मदिन कैलकुलेटर का उपयोग करने से दूसरों की खुशी में योगदान करने में मदद मिलती है। जब आप मुस्कुराते हैं तो आप एक पल के लिए जीवन के दुखों को भूल सकते हैं। जब आप दूसरी प्रार्थनाओं की कामना कर रहे होते हैं तो आपको भी खुशी का अनुभव होता है। मन से दुख को दूर करना तभी संभव है जब आप दूसरों को उनके सुखद क्षणों में बधाई …

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परिवार में आपसी कलह और लड़ाइयों का सबसे बड़ा कारण

पारिवारिक कलह और झगड़े पर चिंतन

आज के समय में शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा, जिसमें लड़ाई झगड़े ना होते हों| हर परिवार में क्लेश या लड़ाईयां बहुत ही सामान्य चीजें हो गई हैं| परिवार के बड़े बुजुर्ग हमेशा इस बात से परेशान रहते हैं कि परिवार के सभी सदस्य आपस में लड़ते क्यों हैं? एक दूसरे के साथ भाईचारे से क्यों नहीं रहते? एक ही परिवार के लोग आपस में एक दूसरे के खून के प्यासे क्यों हो बैठे हैं? क्यों एक भाई दूसरे भाई को देखकर जलना शुरु कर देता है? क्यों परिवार का एक सदस्य दूसरे सदस्य को देखकर ईर्ष्या करने लगता है? आखिर क्या है परिवार में इन सब लड़ाईयों का सबसे बड़ा कारण?

पारिवारिक झगड़ों का सबसे बड़ा कारण

परिवार में लड़ाई और झगड़ों के होने का सबसे बड़ा कारण है – “हमारे संस्कारों का विलुप्त होना”

जैसे जैसे समाज में टेक्नालॉजी और पैसा बढ़ता जा रहा है, उसी स्पीड से लोगों में संस्कार की भावना कम होती जा रही है| पुराने समय में लोग एक दूसरे का आदर किया करते थे, बेटे के मन में पिता के लिए सम्मान होता था| भगवान राम पिता के एक बार ही कहने पर वनवास के लिए चले गए थे|

आपस में भाई-भाई एक दूसरे से प्रेम किया करते थे लेकिन आज संस्कार और प्रेम की भावना लोगों में खत्म हो चुकी है| जरा आंखें बंद करके अपने माता-पिता के बारे में सोचिए, ये वह लोग हैं जिन्होंने आपके लिए हर कष्ट को सहा है, हर परेशानियों को हंसकर सहा है, आपके लिए सुख सुविधाएं इकट्ठी करने के लिए इन्होंने अपना समय, अपनी पूंजी, अपना स्वास्थ्य, हर चीज को कुर्बान किया है, ताकि आप लोग खुशी से रह सकें|

लेकिन जब बेटे अपने माता-पिता को वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं या उनसे अलग हो जाते हैं तो उन बेटों को जरा भी दुःख नहीं होता, अपने ही माता पिता से लगाव नहीं होता क्यूंकि वो माता-पिता के सभी संघर्षों भूल जाते हैं….

यह संस्कारों की कमी है…

आप अपने संस्कारों को छोड़ने जा रहे हैं| जब एक भाई दूसरे भाई से अलग होता है, तो उसे दुख नहीं होता| यह वाकई बड़े दुख की बात है कि हम अपने सगे-संबंधियों से इतनी आसानी से बिछड़ जाते हैं, हम खून के रिश्ते को इतनी आसानी से तोड़ देते हैं और हमें जरा भी दुख नहीं होता| ये संस्कारों की कमी है…

हम अपने माता-पिता को रुला देते …

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हमारे जीवन में एकता का महत्व ( Akata Ka Mahtv )

एकता से हम वो प्राप्त कर करते हे जो हम अकेले नहीं पा सकते यानिकि अगर आपको है हमेंशा आगे बढ़ना हे तो एकता जरुरी हे जगलो में एकता होती हे जिसे बड़े से बड़े तूफान भी रुक जाते हे वैसे ही हमारे में एकता होगी तो हम बड़ी सी बड़ी मुश्किल को भी आसानी से हल कर सकते हे यानिकि हमारे जीवन में एकता का बड़ा ही महत्व हे तो आज हम इसी विषय पर बात करने वाले हे की हमारे जीवन में एकता का क्या महत्व हे तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी।

एकता का महत्व

प्रस्तावना 

एकता एक बल हे जब एक झाड़ू बंधन में होता हे तब वो सभी कचरे को साफ करता हे लेकिन जब वही झाड़ू का बंधन खुल जाता हे तब झाड़ू खुद एक कचरा बन जाता हे वैसे पहाड़ कुछ नहीं हे बस पथ्थरो की एकता हे यानिकि पथ्थरो की एकता ही वजह से पहाड़ होता हे वैसे जंगल कुछ नहीं हे बस पेड़ो की एकता हे एकता की वजह से ही बड़ी चीज का निर्माण होता हे जबकि कोई एकता को त्याग कर अकेले रहना शरू करता हे तब वो खुद दुसरो के लिए और खुद के लिए परेशानी बन जाता हे इसलिए ज़िन्दगी में हमेशा एकता से काम करे। 

हमारे जीवन में एकता का महत्व 

1 . रिश्तो में एकता का महत्व

आप एक लाठी लीजिये तो उसे कुत्ते को मारिये क्या होगा? कुत्ता आपसे डरकर भाग जायेगा अब अगली बार वही लाठी लीजिये और किसी मधुमक्खी के छत्ते पर मारिये फिर देखना आपका क्या होगा? शायद आप समझ ही गए होंगे की आपका क्या होगा। लाठी वही हे आप भी वही हे बस फर्क सिर्फ इतना हे की अकेला कुत्ता था जबकि मधुमक्खी में एकता थी यानिकि एकता ही हमारी शक्ति हे वैसे ही जब तक रिश्तो में एकता हे तब तक कोई भी रिश्ते को तोड़ नहीं सकता लेकिन जब रिश्तों में एकता ख़त्म हो जाता हे तब हर कोई रिश्ते को तोड़ने की कोशिश करता हे आप अकेले हे तो लोग सामने वाले इंसान के बारे में आपको बुरा भला कहेंगे यानिकि रिश्ता तोड़ने की कोशिश करेंगे लेकिन जब आप दोनों में एकता होगी तो वो कुछ कह ही नहीं पाएंगे क्योकि टुडी हुई इमरती की इंट भी लोग ले जाते हे मगर इमरती की नहीं क्योकि उसको ले जाना संभव नहीं हे इसी प्रकार एकता को तोड़ना मुश्किल हे इसलिए जब तक आप …

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चीड़ के बारे में जानकारी – Pine Plant Information In Hindi

नमस्कार दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम चीड़ वृक्ष के बारे में बात करने वाले हे चीड़ को अंग्रेजी में ( Pine Plant ) कहते हे ये एक सपुष्पक पौधा हे इस पौधे की विशेषता ये हे की ये पौधा सीधा खड़ा होता हे जबकि इस पौधे की शाखाये और प्रशाखाएँ निकलकर शंकु आकर की तरह दिखती हे चीड़ के पौधे को हमारी सेहत के लिए बहुत उपयोगी माना गया हे। तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी।

चीड़ पेड़ के बारे में जानकारी

Family : Pinaceae

Order : Pinales

Subfamily : Pinoideae

Kingdom : Plantae

Division : Pinophyta

Scientific Name : Pinus 

Pine Plant Information In Hindi

चीड़ के वृक्ष ज्यादातर पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में पाए जाते हे जैसे की उत्तरी यूरोप , उत्तरी अमेरिका , उत्तरी अफ्रीका , एशिया , भारत , बर्मा , फिलीपींस आदि स्थानों पर पाए जाए जाते हे। 

प्रजातियाँ 

चीड़ की करीबन 114 प्रजातियाँ हे जो करीब 3 से लेकर 80 मीटर तक लम्बे हो सकते हे। 

चीड़ के मुख्य दो प्रकार होते हे एक कोमल या सफ़ेद चीड़ और दूसरा कठोर या पीला चीड़।

चीड़ की कुछ प्रजातियाँ ऐसी भी हे जिनके बीज खाने के काम आते हे जैसे की पश्चिमोत्तर हिमालय का चिलगोजा चीड़ अपने सूखे फल के काफी प्रसिद्ध और मूल्यवान भी हे।

चीड़ पेड़ की विशेषता 

✔ इस पेड़ का आकार पिरामिड जैसा हो जाता हे जब कम उम्र में छोटे पौधे में निचली शाखाओ का अधिक दूर तक फैलने तथा ऊपरी शाखाओ के कम दूर तक फैलने की वजह से। जबकि पुराने होने पर इसका आकार गोलाकार हो जाता हे।

✔ चीड़ के पेड़ को काटने से एक प्रकार का चिकना गौद निकलता हे जिनको गंधविरोजा कहते हे जबकि इस पेड़ से तारपीन का तेल भी निकाला जाता हे।

✔ क्या आप जानते हे की दुनिया में सबसे ज्यादा उपयोगी लकड़ियों में से करीबन आधा भाग चीड़ के द्रारा पूरा होता हे यानिकि बड़े कामो में जैसे पुल का निर्माण , बड़ी इमारतों में , रेलगाड़ी की पटरियों में इस पेड़ की लकड़ी का इस्तमाल किया जाता हे।

✔ इस पेड़ में दो प्रकार की टहनियाँ पाई जाती हे एक लम्बी और दूसरी छोटी टहनियाँ। जो लम्बी टहनियाँ होती हे उन पर शल्कपत्र लगते हे जबकि छोटी टहनियाँ पर सुई आकार की लम्बी नुकीली पत्तिया गुच्छो में लगती हे  जिनकी लम्बाई करीबन दो से लेकर 14 इंच तक होती हे। 

चीड़ का पौधा कैसे लगाए ?

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गलती के बारे में मेरे अनमोल विचार

दुनिया में हर एक गलती का समाधान माफ़ करना या माफ़ी मांगने से होता हे दुनिया में कोई भी इंसान ऐसा नहीं हे जिससे ग़लती न की हो यानिकि जाने अनजाने हमसे गलती हो ही जाती हे लेकिन जान बुझ कर करने वाली गलती को गलती नहीं कहा जाता। तो दोस्तों आज हम गलती पर अनमोल वचन के बारे में बात करने वाले हे तो मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी।

गलती के बारे में मेरे विचार

 

गलती के बारे में मेरे विचार

✅ गलती न मानना हमारी दूसरी गलती हे कई लोग गलती करते हे लेकिन उसे मानते नहीं हे वो ऐसा इसलिए करते हे क्योकि उनको ये लगता हे की अगर मैने गलती मान ली तो मेरी इज्ज़त कम हो जाएगी या फिर अपने अहंकार की वजह से वो ऐसा करते हे लेकिन गलती करना गलत नहीं हे क्योकि गलती गलती से हुई हे लेकिन अपनी गलती ही न मानना हमारी सबसे बड़ी गलती हे इसलिए जब भी आपसे कोई गलती हो जाये तो वो उसका स्वीकार करे क्योकि गलती निकालने के लिए दिमाग चाहिए और गलती स्वीकार करने के लिए कलेजा चाहिए।

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✅ ये आज की सच्चाई हे की हमें किसी और की गलती पर न्याय चाहिए और खुद की गलती पर समझोता यानिकि आज इंसान खुद की गलती पर वकील बन जाता हे और दुसरो की गलती पर सीधा जज बन जाता हे लेकिन गलती किसी की भी क्यों न हो गलती गलती होती हे और गलती का अंत माफ़ करने से होता हे। 

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✅ गलती होने पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत होते हे लेकिन गलती के बाद भी आपका साथ न छोड़े, गलती पर आपको समझाए और आपका साथ न छोड़े ऐसे इंसान बहुत कम होते हे यानिकि आज लोग आपकी अच्छाई से ज्यादा आपकी बुराई याद रखते हे उनको आपकी अच्छाई नज़र नहीं आती लेकिन आपकी एक गलती जरूर नज़र आती हे लेकिन एक बात हमेंशा याद रखना की किसी इंसान की एक ग़लती की वजह से उनसे दूर मत हो जाना उनसे रिश्ता मत तोड़ देना क्योकि गलती किताब के एक पेज की तरह होती हे इसलिए किसी से गलती हो तो उसे माफ़ कर देना लेकिन एक गलती रूपी पेज के लिए जिन्दगी रूपी किताब को खो मत देना।

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✅ गलती हमारी पीठ की तरह होती हे जो हमें दुसरो की दिखाई देती हे लेकिन अपनी कभी नहीं क्योकि आज के लोग दुसरो की गलती ढूंढने में , दुसरो …

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मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन हे? Manushy Ka Sabase Achcha Dost Kon Hai

 हर एक इंसान के दोस्त होते हे लेकिन कई दोस्तों अच्छे होते हे तो कई बुरे जो हमें बुरे आदते करने को प्रेरित करते हे दोस्त बनाना एक अच्छी आदत हे लेकिन सोच समझकर दोस्त बनाना उनसे भी अच्छी बात हे क्योकि आज के समय में दोस्त ही दुश्मन बनते हे जबकि एक सच्चा दोस्त वही हे जो हमारा सही मार्गदर्शन करे , हमें गलत काम करने से रोके और हमारे सुख और दुःख में हमेंशा हमारा साथ दे लेकिन आज हम बात करने वाले हे की मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन हे ? इस विषय पर बात करने वाले हे। 

मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन है

मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन हे? 

✔ आमतौर पर देखा जाये तो इंसान का सबसे अच्छा दोस्त उसके माता – पिता , ईश्वर और ज्ञान होता हे क्योकि माता – पिता और ईश्वर मनुष्य का कभी बुरा नहीं चाहते। जब कोई साथ न दे तब माता पिता ही हमारा साथ देते हे और जब कोई नज़र नहीं आता तब ईश्वर ही नज़र आता हे और इंसान को हर एक हालात में, हर परिस्थिति में उनका स्वीकार करते हे उनके साथ रहते हे जबकि ज्ञान मनुष्य देश में हो या विदेश में हर पल उनका साथ देता हे ऐसा कहा गया हे की इंसान की परछाई उनका साथ छोड़ सकती हे लेकिन इंसान का ज्ञान नहीं हे।

 ✔ लेकिन मेरे हिसाब से मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त हम खुद हे जिस प्रकार मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु बन जाता हे यानिकि मनुष्य ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु हे उसी प्रकार मनुष्य ही मनुष्य का सबसे अच्छा मित्र भी हे यानिकि मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त वो खुद ही हे क्योकि इंसान ही इंसान का दुश्मन होता हे उसी प्रकार इंसान ही इंसान का दोस्त होता हे हमारी सभी समस्या का समाधान हम खुद हे और हमारी सभी सुखो की वजह भी हम खुद ही हे लेकिन आज की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम खुद को समझना नहीं चाहते। हम हमारे लिए उतना वक्त ही नहीं निकालते की हम खुद को पहचान सके लेकिन हमें अपने से ज्यादा दूसरे लोगो में , दूसरे चीजों में अपना समय बर्बाद करते हे लेकिन अपने आप को समझते नहीं हे अपनी खुबिया जानते नहीं हे और जो इंसान अपने आप को अच्छा मित्र मान लेता हे उसे कभी भी किसी मित्र की जरुरत नहीं होती और जिंदगी में वही इंसान खुश होगा जो अपने …

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पक्षियों के लिए हम क्या कर सकते हे ?

पक्षी प्रकृति की शोभा हे पक्षियों का आवाज़ हमें आनंदमय बना देता हे लेकिन आज के समय में बढ़ते आधुनिकरण की वजह से पक्षियों के अस्तित्व पर ख़तरा मंडरा रहा हे जबकि गर्मियों के दिनों में भी कई पक्षी पानी न मिलने की वजह से उनकी मौत हो जाती हे तो अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन ऐसा भी आएगा की सभी पक्षी विलुप्त हो जायेगे ऐसे में हमें उनका संरक्षण के लिए कुछ करना हम इंसान का फर्ज हे। तो आज हम इन्ही विषय पर बात करने वाले हे की पक्षियों के लिए हम क्या – क्या कर सकते हे ? 

पक्षियों के लिए हम क्या कर सकते हैं

पक्षियों के हम क्या कर सकते हे ? 

✅ सबसे पहले आज पक्षियों के लिए सबसे बड़ा खतरा वृक्षों की कटाई हे तो हमें जितने हो सके उतने पेड़ लगाने चाहिए। ताकि पक्षी को रहने के स्थल मिल सके। 

गर्मियों के दिनों में पानी को अमृत समान माना जाता हे इसलिए अपने मकान के छत पर या अपने आसपास किसी पेड़ पर एक पानी से भरे बर्तन को रखे ताकि पक्षी उनमे से पानी पि सके और हो सके तो दाने की भी व्यवस्था करे। 

✅ छायादार जग़ह बनाकर वहाँ भी आप पानी और दाने रख सकते हे। 

✅ कम पानी वाले जल स्त्रोतों को गन्दा न करे क्योकि ये पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हो सकती हे।

✅ कभी भी हमें पक्षियों का शिकार नहीं करना चाहिए और किसी को करने भी देना नहीं चाहिए बल्कि पीड़ित पक्षी को योग्य सारवार मिले उसकी व्यवस्था करनी चाहिए।

✅ अगर आप बिल्लिया पालते हे तो उसे खुल्ले में न छोड़े क्योकि बिल्ली साल में कई पक्षी को मार डालती हे इसलिए हो सके तो बिल्ली और उसके जैसे जानवरो को खुल्ले में न रखे।

✅ जितना हो सके उतनी पेटो की कटाई कम करे। 

✅ किसी भी पक्षी संरक्षण कार्यक्रम को समर्थन दे।

✅ हर जगह पर पक्षी बचावो के नारे लगाए। लोगो को हमारे जीवन में पक्षियों का कितना महत्व हे उसके बारे में बताये। 

✅ हर साल कई पक्षी खिड़कियों में दुर्घटनाग्रस्त होकर मर जाते हे इसलिए खिड़कियों पर स्टिकर लगाए या खिड़कियों पर कवर लगाए।

✅ जरूरत न हो तो रात में अपने घर के बहार की लाइट को ऑफ़ रखे क्योकि प्रकाश की तीव्रता की वजह से कई बार पक्षी अपना रास्ता भूल जाता हे इसलिए हो सके तो रात की लाइट बंध रखे।

✅ कभी भी अपने स्वार्थ के लिए …

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पक्षी नहीं होंगे तो क्या होगा ? – Pakshi Nahi Honge To Kya Hoga

पक्षी पर्यावरण का एक हिस्सा हे पक्षीयो के होने से पर्यावरण संतुलन बना रहता हे यानिकि पर्यारवण की भोजन श्रृंखला में पशु – पक्षियों का एक महत्पूर्ण भूमिका हे इतना ही नहीं पक्षी धरती की शोभा भी बढ़ाते हे लेकिन आज के समय में प्रदुषण , जंगलो की कटाई , जंतुनाशक रसायण की वजह से कई पक्षी विलुप्त हो गए हे और कई विलुप्त के कगार पर हे ऐसे में हमें उनके प्रति उनका सरंक्षण , उनको बचाने की आवश्यकता हे नहिंतर हमारी नई पेढ़ी के लिए पक्षी सिर्फ तस्वीर बनके ही रह जायेंगे तो आज हम पक्षी नहीं होंगे तो क्या होगा इस बारे में बात करने वाले हे। 

पक्षी नहीं होंगे तो क्या होगा

पक्षी नहीं होंगे तो क्या होगा ? 

✅ प्रकृति की हर एक चीज दूसरी चीज से जुडी हुई होती हे ऐसे में अगर पक्षी ही नहीं होंगे तो इस धरती पर मच्छर, कीड़े , मछलियाँ की संख्या में बढ़ोतरी हो जाएगी यानिकि प्रकृति की एक चीज विलुप्त हो जाने से उसके साथ जुडी चीजों में असंतुलन पैदा होगा जिसकी वजह से प्रकृति की श्रृंखला पर विपरीत प्रभाव होगा क्योकि जब फसलों को बर्बाद करने वाले कीड़े मकोड़े को खाने वाले पक्षी नहीं होंगे तब कीड़े मकोड़े की आबादी ज्यादा हो जाएगी जिसकी वजह से हमारी फसलें बर्बाद हो जाएगी और जब फसलें बर्बाद हो जाएगी तो खाद्य प्रदार्थो की कीमत बढ़ जाएगी।

✅  कई पक्षी जो अपना ज्यादातर समय फूलो पर बिताते हे जो परागण में मददगार साबित होते हे कुछ फूल ऐसे हे जिसमे परागण पक्षियों के द्रारा होता हे जैसे की पक्षी फलो को खाते हे और फलो के बीज को दूर – दूर तक प्रसार में मदद करते हे ऐसे में अगर पक्षी ही नहीं होंगे तो ये प्रक्रिया रुक जाएगी जिसकी वजह से फल , फूलो की प्रजाति भी विलुप्त हो जाएगी जबकि न्यूजीलैंड में पक्षी की दो प्रजाति विलुप्त हो जाने से ग्लौक्सिीनिया नाम का पौधा भी विलुप्त के कगार पर हे यानिकि अगर पक्षी नहीं होंगे तो फल , फूल की कई सारी प्रजाति भी विलुप्त हो जाएगी। 

✅ पक्षी हमारे लिए मनोरंजन का एक भाग भी हे यानिकि कई स्थानों पर अलग – अलग प्रकार के रंगीन , सुन्दर पक्षी रखे जाते हे जो हमारे लिए मनोरंजन का साधन हे जबकि तालाबों में , सरोवरों में , समुद्र में जो पक्षी देखते ही हमारा मन प्रफुलित हो जाता हे ऐसे में हम कल्पना कर सकते हे की पक्षी न हो तो क्या होगा। …

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दोस्ती और प्यार में कौन बड़ा हे ? Dosti Or Pyar Me Bada Kon Hai

 कई लोगो का ये सवाल होता हे की दोस्ती और प्यार में कौन बड़ा हे ? तो आमतौर पर तो दोनों ही अपनी  -अपनी जगह पर सही हे क्योकि न दोस्ती का कोई मोल होता हे और ना ही प्यार का। दूसरे शब्दों में कहे तो जहाँ प्यार होता हे वही दोस्ती भी होती हे और जहाँ दोस्ती होती हे वहाँ प्यार भी होता हे यानिकि दोस्ती और प्यार एक दूसरे से जुड़े हुए हे दोनों ही विश्वास की बुनियाद पर टिके हुए होते हे लेकिन फिर भी हम आपको ये बताने का प्रयास करेंगे की दोस्ती और प्यार में कौन बड़ा हे ?

दोस्ती और प्यार में कौन बड़ा है

✅ आमतौर पर देखा जाये तो न दोस्ती बड़ी होती हे और ना ही प्यार बड़ा होता हे बल्कि जो उसे दिल से निभाए वो बड़ा होता हे दूसरे शब्दों में कहे तो ये हमारी सोच पर निर्भय करता हे की दोस्ती बड़ी या प्यार। लेकिन आज के समय में देखा जाये तो दोस्ती और प्यार में बड़ा दोस्ती ही हे क्योकि आज का प्यार छोटी – छोटी बातो पर भी प्यार में ब्रेकअप हो जाता हे जबकि दोस्ती में ऐसा नहीं होता। 

✅ दोस्ती और प्यार में कौन बड़ा हे तो दोस्ती बड़ी हे क्योकि लोग प्यार में एक दूसरे से बिछड़ जाने के बाद नजरे चुरा लेते हे जबकि दोस्ती गले से लगा लेती हे। ज्यादातर प्यार ही आपको रुलाएगा वही पर दोस्ती ही आपको हासाएँगी यानिकि जितना दुःख हमें प्यार में मिलता हे उतना दोस्ती में कभी नहीं मिलता। प्यार एक जूनून हे जबकि दोस्ती एक सुकून हे। प्यार एक बंधन हे जिसे महसूस किया जाता हे जबकि दोस्ती में सिर्फ विश्वास हे कोई बंधन नहीं हे विश्वास किया तो ठीक नहीं किया तो भी ठीक। 

✅ प्यार हमें लाचार बना सकता हे लेकिन दोस्ती हमें आपको मजबूत बनाती हे। प्यार आपके आंसू की वजह बन सकता हे और दोस्ती आपके आंसू रोकने की वजह बन सकता हे। प्यार में अक्शर उम्मीद होती हे जबकि दोस्ती में कोई उम्मीद नहीं होती। प्यार करने वाले दो इंसान एक दूसरे से कहते हे की तुम्हे कुछ हो गया तो में जी नहीं पाउँगा जबकि दोस्ती में दो दोस्त कहते हे की पागल मेरे हुए तुम्हे कुछ हो सकता हे क्या? दोस्ती में कोई वजह नहीं होती जबकि प्यार एक वजह बनकर रह जाता हे क्योकि दोस्ती को समझने की जरुरत नहीं होती जबकि प्यार को समझने की आवश्यकता होती हे। प्यार इंसान को एकांत में …

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सूर्य मंदिर कहा – कहा हे ? Sury Mandir Kaha – Kaha Hai

 हमारे देश में सूर्य को एक भगवान के रूप में माना जाता हे जिसकी वजह से हमारे देश में सूर्य मंदिरो का निर्माण प्राचीन काल से होता आ रहा हे जबकि वेदो पुराणों में भी सूर्य का काफी महत्व दिखा गया हे। हमारे जीवन में सूर्य का महत्व तो आज हम ये जानने का प्रयास करेंगे की सूर्य मंदिर कहा – कहा हे ?

सूर्य मंदिर कहा कहा है

सूर्य मंदिर कहा – कहा हे ?

1 . कोणार्क सूर्य मंदिर : कोणार्क का सूर्य मंदिर ओडिसा राज्य में कोणार्क शहर में स्थित हे ये सूर्य मंदिर सूर्य मंदिरो से सबसे बड़ा मंदिर हे। 

2 . मोढेरा सूर्य मंदिर : ये सूर्य मंदिर गुजरात के महेसाणा जिले में मोढेरा नामक गांव के पुष्पा नदी पर स्थित हे इस मंदिर की पूरा करना निषिद्ध हे। मोढेरा के इस सूर्य मंदिर के परिषद् के तीन भाग हे।

3 . उलार्क सूर्य मंदिर : इस मंदिर को उसके दूसरे नाम उलार के मान से भी जाना जाता हे।सूर्य मंदिर बिहार के पटना जिले में पालीजंग के पास उलार में स्थित हे।

4 . कटारमल सूर्य मंदिर : ये सूर्य मंदिर भारत के प्राचीन सूर्य मंदिरो में से एक मंदिर हे जो उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले में अधेली सुनार नामक गांव में स्थित हे। 

5 . देव सूर्य मंदिर :  इस सूर्य मंदिर अन्य सूर्य मंदिरो की तरह पूर्वाभिमुख नहीं बल्कि पश्चिमाभिमुख हे जो बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले में देव नामक स्थान पर स्थित हे।

6 . रनकपुर सूर्य मंदिर : ये मंदिर जैनियों के द्रारा बनाया गया हे जो राजस्थान राज्य के रणकपुर नामक स्थान पर मौजूद हे। 

7 . सूर्य पहर मंदिर : ये सूर्य मंदिर असम में गोवालपारा नामक स्थान पर सूर्य पहर नाम के पर्वत पर स्थित हे इस सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य के अलावा नौ शिवलिंग भी हे। 

8 . दक्षिणार्क सूर्य मंदिर : ये सूर्य मंदिर बिहार राज्य के गया जिले में स्थित हे इस सूर्य मंदिर का निर्माण मौर्य कालीन राजा चन्द्रगुप्त मौर्य के जन्म से भी पहले हुआ था। 

9 . सूर्य मंदिर , प्रतापगढ़ : ये भी एक प्राचीन मंदिर हे जो भगवान सूर्य को समर्पित हे जो प्रतापगढ़ में स्थित हे।

10 . बेलार्क सूर्य मंदिर : इस मंदिर का निर्माण राजा सूबा ने करवाया था जो बिहार के भोजपुर जिले के बेलाउर गांव में स्थित हे। 

11 . औंगारी सूर्य मंदिर :  इस मंदिर का निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में करवाया गया था। ये …

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