बचपने में की मोहब्बत का अपना ही मज़ा है. बचपन के प्यार को याद करना मीठी सी सजा है… वो स्कूल में बात बात पे लड़ना भी याद आता है… वो टेस्ट में साथ बैठ के पढ़ना भी याद आता है… उसकी गली के पैदल चक्कर काटने का बड़ा अजब स्वाद था.. वो भी झट से छत पे आ जाती दिल उसका भी बेकरार था… वो प्यारी प्यारी सी दिल की बातो का मज़ा क्या बताऊ… उसकी याद में उसकी नोटबुक को देख कर कटी रातो का मज़ा क्या बताऊ.. वो स्कूल का आखरी दिन भी अजीब था.. जिस से दूर भागता था आज जाना चाहता उसके करीब था.. दिल में कोई जज़्बात न थे ज़ुबान पे कोई बात न थी… तब पता भी न था के किसी से प्यार है जब पता लगा तो वो पास न थी…!!!
Jaanta Nahin Hoon Kitna Par Karta Hoon Shayari In Hindi
Jaanta Nahin Hoon Kitna Par Karta Hoon Bas Tujhi Se Pyar Yakeen Hai Nahin Aayegi Tu Phir Bhi Karta Hoon Bas Tera Hi Intezaar Jahan Mein Mere Hamesha Khayaal Tera Aata Hai Tujhse Bichhdne Ka Gam Pal-Pal Mujhe Satata Hai Yeh Sach Hai Ki Mohabbat Kee Hai Maine Par Mohabbat Khata To Nahin Gar Chahe To De Mujhe Sajaa Par Itni Badi Sajaa To Nahin Phir Bhi Karoonga Dua Us Khuda Se Tu Jo Maange Tujhe Mil Jaaye Par Kee Hai Tune Bhi Ik Galti Iska Ehsaas Tujhe Kabhi To Ho Paaye Tab Bulaegi Bhi Tu Agar Mujhko Laut Ke Phir Kabhi Na Aaoonga Dhoondh Na Paaye Saaya Tak Mera Tujhse Itni Door Chala Jaaoonga !!!…
आँखों मे प्यास हुआ करती थी, दिल में तुफान उठा करते थे, लोग आते थे गज़ल सुनने को, हम तेरी बात किया करते थे, सच समझते थे सब सपनो को, रात दिन घर में रहा करते थे, किसी विराने में तुझसे मिलकर, दिल में क्या फुल खिला करते थे, घर की दिवार सजाने की खातिर, हम तेरा नाम लिखा करते थे, कल तुझ को देखकर याद आया, हम भी महोब्बत किया करते थे, हम भी महोब्बत किया करते थे..…