अपनी हाथ की लकीरें जो पढ़ नहीं सकता,
हवा खिलाफ हो तो कोई चल नही सकता,
जिस घर में किया जाए बुजुर्गो को अनदेखा,
मेरा दावा है वो शख्स कभी बढ़ नही सकता ..
Hindi Shayari / Shayari / SMS / Status
Just another Hindi Shayari site
अपनी हाथ की लकीरें जो पढ़ नहीं सकता,
हवा खिलाफ हो तो कोई चल नही सकता,
जिस घर में किया जाए बुजुर्गो को अनदेखा,
मेरा दावा है वो शख्स कभी बढ़ नही सकता ..