पनाहो में जो आया हो तो उस पर वार करना क्या,
जो दिल हारा हुआ हो तो उस पर फिर अधिकार करना क्या,
मोहब्बत का मजा तो डूबने की कश्मकस में है,
हो गर मालूम गहराई तो दरिया पार करना क्या..
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पनाहो में जो आया हो तो उस पर वार करना क्या,
जो दिल हारा हुआ हो तो उस पर फिर अधिकार करना क्या,
मोहब्बत का मजा तो डूबने की कश्मकस में है,
हो गर मालूम गहराई तो दरिया पार करना क्या..